क्षेत्र कौशल परिषदों को एनएसडीसी द्वारा स्वायत्त उद्योगनीत निकायों के रूप में स्थापित किया गया है। ये व्यावसायिक मानक और अर्हता निकाय सृजित करती हैं, क्षमता ढांचे का विकास करती हैं, प्रशिक्षकों के प्रशिक्षण का संचालन करती हैं, कौशल अंतराल अध्ययन करती हैं और उनके द्वारा विकसित राष्ट्रीय व्यावसायिक मानकों से जुड़े पाठ्यक्रम पर प्रशिक्षुओं का आकलन और प्रमाणन करती हैं।
वर्तमान में 38 क्षेत्र कौशल परिषदें चल रही हैं। इन क्षेत्र कौशल परिषदों की शासी परिषद् में 600 से अधिक निगमित प्रतिनिधि हैं।
मंत्रालय इन क्षेत्र कौशल परिषदों के साथ सक्रिय रूप से कार्य कर रहा है।
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माननीय राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) की अध्यक्षता में कौशल विकास और उद्यमशीलता मंत्रालय ने जनवरी, 2018 में कौशलीकरण संबंधी राष्ट्रीय एजेंडा में एकीकृत करने के लिए सभी क्षेत्र कौशल परिषदों (एसएससी) के साथ बैठक की।
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माननीय राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) की अध्यक्षता में कौशल विकास और उद्यमशीलता मंत्रालय ने जनवरी, 2018 में कौशलीकरण संबंधी राष्ट्रीय एजेंडा में एकीकृत करने के लिए सभी क्षेत्र कौशल परिषदों (एसएससी) के साथ बैठक की।
- मंत्रालय, एनएसडीसी और क्षेत्र कौशल परिषदों के साथ, शिक्षुता पर क्षेत्रीय कार्यशालाओं का आयोजन किया।
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मंत्रालय ने एक अधिसूचना जारी की है जिसके अनुसार एसएससी, राष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त कौशल प्रमाण पत्र जारी करने वाली गैर-वैधानिक निकायों की सूची में शामिल हो गया है।
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